लोहरदगा - कुडू: बड़की चापि सिद्धार्थनगर में महान संत रविदास जयंती भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस मौके पर आयोजन समिति पदाधिकारियो एवं सदस्यों के द्वारा संत रविदास जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित की। मौके पर समिति के अध्यक्ष रामचंद्र राम ने कहा कि संत रविदास महान कवि ,समाज सुधारक, एकता भाई चारगी के अग्रिम दूत थे। उनका एक कहावत आज भी सब के ज़ुबान पर मन और मन की बात शुद्वता के बारे चलन है , " मन चंगा तो कठवती में गंगा" इस उक्ति की ज़रूरत आज के दौर में आज और भी प्रसांगिक प्रतीत होता है . ऐसे समाज सुधारक की बातों को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है। रामलाल राम ने कहा कि संत रविदास भारत में भक्ति आंदोलन के एक महान कवि एवं आत्मज्ञानी संत थे l संत रविदास जी का जन्म माघ पूर्णिमा के दिन वाराणसी में हुआ था l पूरे भारतवर्ष में माघ पूर्णिमा के दिन प्रत्येक वर्ष संत रविदास जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है l रमेश राम ने कहा कि वेद शास्त्रों में पारंगत संत रविदास जी ने जाति प्रथा में अंतर्निहित दोषों के विरुद्ध समाज को जगाने का काम किया है l संत शिरोमणि रविदास की कविताओं को सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब में भी शामिल किया गया है l हेमंत राम ने उपस्थित लोगों से कहा की आप सभी लोग से एक अनुरोध है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दें। बच्चों को संस्कार दें और बच्चों को नशा पान से दूर रखने हेतु प्रेरित करें। रविन्द्र राम ने कहा कि आप लोग अच्छी शिक्षा ले लेंगे तो शिक्षा से अपने आप को पूरी तरह से बदल सकते हैं अपने हक अधिकार को ले सकते हैं।इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। संत शिरोमणि रविदास जी के महोत्सव में शामिल अध्यक्ष- रामचंद्र राम, सचिव- गणेश राम एवं रामलाल राम, लालचंद राम, रमेश राम, हेमंत राम, रविन्द्र राम,सुखबल राम,बालचंद राम, सोमरा टाना भगत,अनुप भगत, सुनील भगत सुरेश तुरी, धर्म देव भगत, एतवा पहान, अमीत उरांव,रविन्द्र उराँव, दिनेश राम,सुबेद भुईयां, मुकुंद भुईयां, संदीप राम,बसंती देवी, सुनिता देवी,रीता देवी, अनिता देवी, सोभा देवी,अनु देवी,बिंदेश्वर राम,राजेश राम,पंकज राम,संतोष राम,संजय राम,सुनीता देवी,लाली राम सहित कई लोग उपस्थित थे।
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