लोहरदगा : भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के नेतृत्व में सैकड़ो विद्यार्थियों के साथ मिलकर चार सूत्री मांग पत्र बीएस कॉलेज प्रशासन को सौंपा गया। पहला मांग सत्र 2021 से 2024 के सेमेस्टर 4 के रिजल्ट में गड़बड़ी पर पुनः विचार कर संशोधन किया जाए। दूसरा मांग सेमेस्टर 5 की परीक्षा तिथि को बढ़ाया जाए। तीसरा मांग नई शिक्षा नीति के तहत जो सिलेबस है उसे सुचारू रूप से संचालित किया जाए तथा CUET पद्धति को रांची विश्वविद्यालय में लागू न किया जाए। मौके पर जिला अध्यक्ष विनय उरांव ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय अपने अंगीभूत महाविद्यालय की नामांकन तथा विद्यार्थियों के लिखे द्वारा कॉपी कटिंग की जिम्मेवारी निजी कंपनियों को दे रखी है जिसके वजह से आए दिन नई नई समस्याओं से विद्यार्थी जूझ रहे हैं। इसमें यह हो रहा है कि कॉलेज की कॉपी निजी कंपनियां अपने हिसाब से काट रही है और नंबर देती है इसमें भारी तादाद में 2,4,6,8 तथा 10 नंबर की नजदीकी अंतराल में बच्चे को फेल कर दिया जा रहा है। बहुत सारे बच्चों की समस्या तो यह है कि एक बार जो विषय में फेल हो गए हैं बार-बार एग्जाम देने के बाद भी उसे उस विषय में फेल कर दिया जा रहा है। जिसके वजह से उसका सत्र आउट हो जा रहा है और और वह तीन-तीन चार-चार साल समय देकर भी ग्रेजुएशन कंप्लीट नहीं कर पा रहे हैं। तत्काल में सेमेस्टर 4 का पूर्णरूपेण रिजल्ट जारी भी नहीं हुआ है और सेमेस्टर 5 की परीक्षा फॉर्म भरने का तिथि जारी कर दिया गया है और 18 मार्च से परीक्षा का समय सारणी भी तय कर दिया गया है। जो की बिल्कुल सही नहीं है। मौके पर सासचिव आतिश मुंजनी, मीडिया प्रभारी शुभम शाहदेव, सक्रिय सदस्य फ़ैज़ अहमद, विनीता कुमारी, कविता कुमारी, सीमा कुमारी, हर्ष राज आदि सैकड़ो छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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