नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) के सचिव श् संजय कुमार ने ‘प्रेरणा कार्यक्रम’ के ‘प्रथम पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह’ को वर्चुअल ढंग से संबोधित किया। संयुक्त सचिव श्रीमती अर्चना शर्मा अवस्थी और मंत्रालय के अन्य अधिकारीगण भी इस समारोह में मौजूद थे। प्रतिभागियों के बीच संबंधित अंतर्दृष्टि का आकलन और आदान-प्रदान करने के लिए ही ‘पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए और इस कार्यक्रम से उनके जीवन में आए सकारात्मक बदलावों पर उन्होंने विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने सभी को यह भी सूचित किया कि अपने स्कूलों में लौटने के बाद उन्होंने अपने-अपने अनुभवों को साझा किया है ताकि अधिक से अधिक छात्र उन्हें हासिल ‘मूल्य-आधारित शिक्षा’ से प्रेरित हो सकें। ‘प्रेरणा’ ने अपने पायलट चरण के तहत 15 जनवरी 2024 से लेकर 17 फरवरी 2024 तक वडनगर, मेहसाणा, गुजरात के वर्नाक्युलर स्कूल में अपनी यात्रा की शुरुआत की। इस चरण में प्रेरणा कार्यक्रम पांच राज्यों हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और एक केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव के 20-20 प्रतिभागियों के पांच बैचों के लिए आयोजित किया गया है। इस अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम में एक सौ विद्यार्थियों ने भाग लिया है जिसमें मूल्य-आधारित 9 थीम पर फोकस किया जाता है। छठा बैच 15 अप्रैल 2024 से शुरू होगा। ‘पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह’ का आयोजन एक दूसरे से पुनः जोड़ने और सामूहिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए किया गया। यह ‘प्रेरणा’ कार्यक्रम के सकारात्मक प्रभावों को स्वीकार करने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाता है। यह मिलन समारोह पूर्व विद्यार्थियों को अपने-अपने अनुभवों पर विचार करने, अपनी-अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाने और आगे की यात्रा के लिए एक-दूसरे को प्रेरित करने में सक्षम बनाता है। यह ‘प्रेरणा’ की विरासत का निर्माण करने और उसे कायम रखने की दिशा में पहला कदम है। पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह का मुख्य उद्देश्य पायलट चरण के प्रतिभागियों के बीच सार्थक संवाद को सुविधाजनक बनाना है। इस आयोजन का उद्देश्य विशेष रूप से पूर्व विद्यार्थियों को प्रेरणा कार्यक्रम में भाग लेने के बाद से ही एक दूसरे से पुनः जोड़ने और अपनी शैक्षणिक एवं करियर यात्राओं को साझा करने और अपनी भावी व्यक्तिगत विकास आवश्यकताओं को इंगित करने के लिए एक सामान्य मंच प्रदान करना था। इसके साथ ही यह आयोजन दरअसल यह जानने का भी अवसर था कि पूर्व विद्यार्थी अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के दौरान सीखे गए मूल्यों और सबक को आखिरकार किस तरह से लागू कर रहे हैं। इस मिलन समारोह में इस कार्यक्रम के राजदूत के रूप में प्रेरणा के पूर्व विद्यार्थियों के प्रभाव को प्रदर्शित किया गया जिससे उनके समुदायों में सकारात्मक बदलाव आया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्व विद्यार्थियों के बीच मार्गदर्शन और सहयोग की भावना उत्पन्न करना, और इस तरह से उन्हें इस कार्यक्रम के वर्तमान और भावी प्रतिभागियों के साथ जुड़े रहने और सक्रिय रूप से संवाद करने के लिए प्रोत्साहित करना था। पूर्व विद्यार्थियों के नेटवर्क को मजबूत करना और प्रेरणा कार्यक्रम में निरंतर भागीदारी को बढ़ावा देना इसकी दीर्घकालिक सफलता और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। ‘प्रथम प्रेरणा पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह’ निरंतर सहयोग और प्रभाव की दिशा तय करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। चूँकि पूर्व विद्यार्थी एक समुदाय के रूप में एकजुट होते हैं, इसलिए उनमें बदलाव को प्रेरित करने, नवाचार को आगे बढ़ाने और भविष्य को सही स्वरूप देने की शक्ति होती है।
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