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विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया

 

लोहरदगा:  विश्व मलेरिया दिवस के शुभ अवसर पर सदर प्रखंड लोहरदगा के द्वारा विभिन्न विद्यालयों में मलेरिया दिवस का कार्यक्रम मनाया गया। सर्वप्रथम राजकीय कृत चुन्नीलाल उच्च विद्यालय के सभा कक्ष में विश्व मलेरिया दिवस पर परिचर्चा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में एमपीडब्ल्यू सह एमटीएस इंचार्ज मनीष कुमार ने छात्र एवं छात्राओं को मलेरिया कैसे होता है विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु शुरू होते हैं मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगता है। मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया होता है। पीएफ एवं पी एफ दो तरह की मलेरिया आक्रांत रूप पड़ती है। हम सभी आज के दिन संकल्प लेंगे की इस बीमारी से बचने के जो भी उपाय करने पड़े उपाय कर ,लोगों को जागरुक कर, समाज को जागरुक कर इससे छुटकारा पाने की कोशिश करेंगे। साथ ही साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चलाए जा रहे हैं अभियान में अपनी सहभागिता भी देंगे क्योंकि यह बीमारी पानी के जमाव के कारण होता है. अतः पानी के जमाव को खत्म करेंगे इसके लिए केरोसिन तेल अथवा जले हुए मोबाइल का प्रयोग करेंगे । ग्रीष्म ऋतु शुरू होते हैं मच्छर अपने संचरण काल में चले जाते हैं और जमे हुए पानी में अंडे देते हैं । अंडों को समाप्त करना है तो जमे हुए पानी को खत्म करना होगा । मच्छरों का संक्रमण रोकने के लिए मौसमी कीटनाशक छिड़काव भी होते हैं। जब छिड़काव शुरू हो आप सभी मौसमी कीटनाशक छिड़काव में छिड़काव कर्मी दलों को सहयोग करें एवं मच्छरों से निजात पाए ।एमपीडब्ल्यू आलोक कुमार ने बतलाया कि सन 2000 से मलेरिया पर विश्व पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है परंतु 25 अप्रैल 2008 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व मलेरिया दिवस मनाने का संकल्प किया तब से प्रत्येक वर्ष आज के दिन पूरे विश्व के कस्बो एवं अनेक विद्यालयों में गोष्टी कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है ।मलेरिया से बचाव का मुख्य उपाय जमे हुए पानी से निजात पाना, रात्रि में सोने के समय मच्छरदानी का प्रयोग करना। लोगों को जागरुक कर इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं को बतलाना एवं कैसे निजात पाया जाए इसके बारे में लोगों को जागरूक करना प्रमुख है। उन्होंने कहा कि हम सभी विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यक्रम में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करें तथा अनेक तरह के बीमारियों को खत्म करने की जो समय सीमा है उसे समय सीमा के भीतर ही जागरूकता लाकर सबको इस संबंध से अवगत कराये। विद्यालयों में छात्रों छात्रों के बीच गोष्टी कर उन्हें सम्मानित भी किया गया ।  क्रमशः राजकीय कृत चुन्नीलाल उच्च विद्यालय, राजकीय कृत मध्य विद्यालय नवाडीपाड़ा, एसडीएम पब्लिक स्कूल लोहरदगा एवं राजकीय कृत मध्य विद्यालय ब्रह्मांडीहा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया मौके पर चुन्नीलाल उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुकेश कुमार, राजकीयकृत मध्य विद्यालय नवाडीपाड़ा के प्रधानाध्यापक अरुण राम, विज्ञान शिक्षक राहुल कुमार ,एसडीएम पब्लिक स्कूल के प्रधानाध्यापक व्यास देव मिश्रा ने भी संबोधित किया। सभी लोगों ने अपने संबोधन में बच्चों को इस बीमारी से बचने के उपाय को बताया एवं विद्यालय से अपने घर प्रस्थान करने के फल स्वरुप लोगों को इससे संबंधित जानकारी देने की बात भी कहीं।

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