लोहरदगा: जिले में एक बार फिर सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यस्था की पोल खुल गई है जहां इलाज के अभाव में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। सदर अस्पताल लोहरदगा की ओर से बेहतर स्वास्थ्य व्यस्था का दावा किया जाता है लेकिन अधिकतर मरीजों को रिम्स रेफर कर दिया जाता है. वही रिम्स ले जाने के क्रम में अधिकतर मरीज दम तोड़ देते हैं। इसी का ताजा मामला प्रकाश में आया है जहां एक गर्भवती महिला की रिम्स ले जाने के क्रम में रास्ते में मौत हो गई, महिला तीन माह की गर्भवती थी। मृतक महिला की पहचान सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाघा गांव के राकेश महली की 22 वर्षीय पत्नी राखी देवी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार राकेश महली अपनी 3 माह की गर्भवती पत्नी को पेट दर्द होने के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया था वही इलाज के दौरान महिला का ब्लीडिंग होने लगा जहां उसे एक यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया जिसके बाद उसे सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने रिम्स रेफर कर दिया. रिम्स ले जाने के क्रम में भंडरा के पास उसकी मौत हो गई। वही गर्भवती महिला की मौत से एक बार फिर सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यस्था पर सवाल खड़े होने लगे हैं. डॉक्टरों का कहना है सदर अस्पताल में सभी तरह का सुविधा है लेकिन जमीनी सचाई कुछ और ही है सदर अस्पताल रेफर अस्पताल बन चुका है जहां हर 10 में से 6 मरीज की हालत खराब होने के बाद रेफर कर दिया जाता है और रिम्स ले जाने के क्रम में कई मरीज की मौत हो जाती है।
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